Mind-Body Workouts, योग और पिलेट्स क्या हैं?

Mind Body Workout (माइंड-बॉडी वर्कआउट):

आज की तेज़-रफ्तार ज़िंदगी में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य (Mind-Health) को बनाए रखना बेहद ज़रूरी है। योग और पिलेट्स दो ऐसी माइंड-बॉडी वर्कआउट (Mind Body Workout)तकनीकें हैं जो न सिर्फ शरीर को मजबूत बनाती हैं, बल्कि मन को शांत और केंद्रित भी करती हैं। ये दोनों ही प्राचीन और आधुनिक तकनीकों का अनूठा मिश्रण हैं, जो आपको संपूर्ण स्वास्थ्य प्रदान करती हैं। आइए, इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

What is the best exercise for mind and body:

Mind &  Body (मन और शरीर) को एक्टिव रखने के लिए व्यायाम और योग करना बहुत ज़रूरी हैं | योग  में खड़े होने , बैठने  और लेटने से Mind को Relaxe मिलता हैं | व्यायाम एक ऐसी मेडिसिन हैं , जिसे करने से शरीर की एनर्जी और मानसिक ध्यान केन्द्रित होता हैं | जिससे हमारे शरीर को ताक़त और रिलैक्स मिलता हैं |


What are yoga and Pilates:

योग (Yoga):

योग एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह आसन (शारीरिक मुद्राएं), प्राणायाम (सांस लेने की तकनीक) और ध्यान (मेडिटेशन) के माध्यम से शरीर और मन (Mind)को संतुलित करता है।

पिलेट्स (Pilates):

पिलेट्स एक आधुनिक फिटनेस तकनीक है जो कोर स्ट्रेंथ (मूल मांसपेशियों की ताकत), लचीलापन और शरीर के संतुलन पर केंद्रित है। इसे जोसेफ पिलेट्स ने 20वीं सदी में विकसित किया था। यह मशीनों और मैट पर किए जाने वाले व्यायामों का संयोजन है।


Benefits of Yoga and Pilates:

Benefits of yoga:

  • शारीरिक लचीलापन बढ़ाता है: योग आसनों से मांसपेशियों और जोड़ों का लचीलापन बढ़ता है।
  • तनाव कम करता है: प्राणायाम और ध्यान से मानसिक शांति मिलती है।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: नियमित योग अभ्यास से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता मजबूत होती है।
  • हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है: योग से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।

Benefits of Pilates:

  • कोर स्ट्रेंथ बढ़ाता है: पिलेट्स से पेट, पीठ और कमर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
  • पोस्चर सुधारता है: यह शरीर के संतुलन और मुद्रा को बेहतर बनाता है।
  • चोटों से बचाव करता है: मांसपेशियों की ताकत और लचीलेपन से चोटों का खतरा कम होता है।
  • वजन प्रबंधन में मददगार: पिलेट्स कैलोरी बर्न करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में सहायक है।

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Mind


Difference between Yoga and Pilates:

योग (Yoga) पिलेट्स (Pilates)
यह आध्यात्मिक और शारीरिक अभ्यास है। यह शारीरिक फिटनेस पर केंद्रित है।
इसमें सांस लेने की तकनीक महत्वपूर्ण है। इसमें मूवमेंट और कोर स्ट्रेंथ पर जोर दिया जाता है।
यह लचीलेपन और मानसिक शांति पर केंद्रित है। यह मांसपेशियों की ताकत और पोस्चर पर केंद्रित है।
इसे मैट पर किया जाता है। इसे मैट या विशेष मशीनों पर किया जा सकता है।

How to start Yoga and Pilates?

Tips for starting yoga:

  1. शुरुआत बेसिक आसनों से करें: सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, और वज्रासन जैसे आसनों से शुरुआत करें।
  2. प्राणायाम सीखें: अनुलोम-विलोम और कपालभाति जैसे सरल प्राणायाम से शुरुआत करें।
  3. नियमित अभ्यास करें: रोज़ाना 20-30 मिनट योग करने का लक्ष्य रखें।
  4. किसी योग गुरु की मदद लें: शुरुआत में किसी प्रशिक्षित योग प्रशिक्षक से मार्गदर्शन लेना फायदेमंद होगा।

Tips for Starting Pilates:

  1. बेसिक एक्सरसाइज से शुरुआत करें: पिलेट्स रोल-अप, लेग सर्कल और सिंगल लेग स्ट्रेच जैसे व्यायाम शुरू करें।
  2. कोर स्ट्रेंथ पर ध्यान दें: पेट और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने वाले व्यायाम करें।
  3. सही तकनीक सीखें: पिलेट्स में सही मूवमेंट और पोस्चर बेहद ज़रूरी है।
  4. क्लास जॉइन करें: शुरुआत में किसी प्रशिक्षित पिलेट्स इंस्ट्रक्टर की मदद लेना उचित होगा।

Yoga and Pilates: which one to choose?

  • Choose Yoga If:
    • आप मानसिक शांति और आध्यात्मिक विकास चाहते हैं।
    • आप लचीलेपन और शरीर के संतुलन पर ध्यान देना चाहते हैं।
    • आप तनाव कम करना चाहते हैं।
  • Choose Pilates If:
    • आप मांसपेशियों की ताकत और पोस्चर सुधारना चाहते हैं।
    • आप कोर स्ट्रेंथ बढ़ाना चाहते हैं।
    • आप चोटों से बचाव करना चाहते हैं।

Conclusion:

योग और पिलेट्स दोनों ही माइंड-बॉडी वर्कआउट (Mind Body Workout) के शानदार तरीके हैं, जो आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। योग आपको आंतरिक शांति और लचीलापन प्रदान करता है, जबकि पिलेट्स आपकी मांसपेशियों की ताकत और पोस्चर को सुधारता है। दोनों ही तकनीकों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप एक स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली प्राप्त कर सकते हैं।

शुरुआत करने के लिए आज ही किसी योग या पिलेट्स क्लास में शामिल हों, या ऑनलाइन वीडियो की मदद से घर पर अभ्यास शुरू करें। याद रखें, नियमितता और सही तकनीक ही सफलता की कुंजी है।

 

 

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